कहानी
मिट्टी
मै (६५) एंजिल(८) और बिट्टू(५) अपने कुदरती बगीचे मे खेल रहे थे. एंजिल ने एक सूखी गिलकी( Luffa spong) को तोडकर ले आयी जैसे ही उसने उस गिलकी का ढक्कन खोला उस मे से बहुत से बीज निकल कर गिरने लगे हमने उन बीजो को इकठा कर मिट्टी की गोली मे बंद करने का खेल खेलने की योजना बनाई.
हम इस कुदरती बगीचे में हल नहीं चलाते हैं क्योंकि हल चलाने से बगीचे की मिट्टी घायल हो जाती है उसका लहू बरसात के पानी में बहने लगता है. इस लिए बीजों को मिटटी की गोली में बंद कर या सीधे ही फेंक कर उगाते हैं.
हमें पास ही दीमक का घर(Termite mound) मिल गया जिस में बहुत गीली मिट्टी थी. दीमक बहुत अच्छी रहती है वो हमें जमीन के नीचे से मिट्टी लाकर देती है और खेती से बचे कचरे का खाद (मिट्टी) बना देती है. जिस से हम बीज गोली बनाते हैं.
हम तीनो मिट्टी को सान कर बीज गोलिओं को बनाने लगे. इसी समय बिट्टू की मम्मी ने डांट कर कहा : "बिट्टू मिट्टी से हाथ और कपडे गंदे हो जायेंगे मिटटी को हाथ मत लगाना".
बिट्टू ने मेरी और देखते हुए पूछा : " दादा क्या मिट्टी गन्दी होती है?"
मैने कहा बाइबल मे उत्पत्ति के दूसरे अध्याय और उसकी सातवी पद मे लिखा है. " परमेश्वर ने आदम को मिटटी से बनाकर उसके नथुनों मे जीवन का साँस फूंक दिया और वह जीवित आत्मा बन गया."
मैने कहा : "आदम और हव्वा हमारे पूर्वज थे. वो मिटटी से बने थे यानि हम भी मिटटी से ही बने हैं." और जब हम मरेंगे तो मिट्टी मे मिल जायेंगे.
" ये गेंहूं देखो इस से हमें रोटी मिलती है. ये मिटटी मे पनप रहा है. और ये हरयाली से भरे पेडों को देखो ये सब हमें जीने के लिए साँस और बरसात करवा कर पानी देते हैं. ये सब अपना खाना मिटटी से खाते हैं."
ये सुन कर दोनों बच्चे बे फ़िक्र मिट्टी मे खेलते बीज गोलियां बनाते और उन्हें यंहा वंहा फेंकते रहे. मिट्टी मे बीज चिड़ियों, चूहों आदि से सुरक्षित रहते हैं. और जब उनके उगने का समय आ जाता है वे उग आते हैं.
एंजिल ने पूछा :" नाना क्या जो बाइबल मे लिखा रहता है सब सच होता है? " और बिट्टू ने जोर से मम्मी को आवाज लगाते बोला मम्मी आपको मालूम है हम मिट्टी से बने हैं " मिटटी गन्दी नहीं होती है".
मिट्टी
मै (६५) एंजिल(८) और बिट्टू(५) अपने कुदरती बगीचे मे खेल रहे थे. एंजिल ने एक सूखी गिलकी( Luffa spong) को तोडकर ले आयी जैसे ही उसने उस गिलकी का ढक्कन खोला उस मे से बहुत से बीज निकल कर गिरने लगे हमने उन बीजो को इकठा कर मिट्टी की गोली मे बंद करने का खेल खेलने की योजना बनाई.
हम इस कुदरती बगीचे में हल नहीं चलाते हैं क्योंकि हल चलाने से बगीचे की मिट्टी घायल हो जाती है उसका लहू बरसात के पानी में बहने लगता है. इस लिए बीजों को मिटटी की गोली में बंद कर या सीधे ही फेंक कर उगाते हैं.
हमें पास ही दीमक का घर(Termite mound) मिल गया जिस में बहुत गीली मिट्टी थी. दीमक बहुत अच्छी रहती है वो हमें जमीन के नीचे से मिट्टी लाकर देती है और खेती से बचे कचरे का खाद (मिट्टी) बना देती है. जिस से हम बीज गोली बनाते हैं.
हम तीनो मिट्टी को सान कर बीज गोलिओं को बनाने लगे. इसी समय बिट्टू की मम्मी ने डांट कर कहा : "बिट्टू मिट्टी से हाथ और कपडे गंदे हो जायेंगे मिटटी को हाथ मत लगाना".
बिट्टू ने मेरी और देखते हुए पूछा : " दादा क्या मिट्टी गन्दी होती है?"
मैने कहा बाइबल मे उत्पत्ति के दूसरे अध्याय और उसकी सातवी पद मे लिखा है. " परमेश्वर ने आदम को मिटटी से बनाकर उसके नथुनों मे जीवन का साँस फूंक दिया और वह जीवित आत्मा बन गया."
मैने कहा : "आदम और हव्वा हमारे पूर्वज थे. वो मिटटी से बने थे यानि हम भी मिटटी से ही बने हैं." और जब हम मरेंगे तो मिट्टी मे मिल जायेंगे.
" ये गेंहूं देखो इस से हमें रोटी मिलती है. ये मिटटी मे पनप रहा है. और ये हरयाली से भरे पेडों को देखो ये सब हमें जीने के लिए साँस और बरसात करवा कर पानी देते हैं. ये सब अपना खाना मिटटी से खाते हैं."
ये सुन कर दोनों बच्चे बे फ़िक्र मिट्टी मे खेलते बीज गोलियां बनाते और उन्हें यंहा वंहा फेंकते रहे. मिट्टी मे बीज चिड़ियों, चूहों आदि से सुरक्षित रहते हैं. और जब उनके उगने का समय आ जाता है वे उग आते हैं.
एंजिल ने पूछा :" नाना क्या जो बाइबल मे लिखा रहता है सब सच होता है? " और बिट्टू ने जोर से मम्मी को आवाज लगाते बोला मम्मी आपको मालूम है हम मिट्टी से बने हैं " मिटटी गन्दी नहीं होती है".
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