Monday, February 24, 2014

जिओ और जीनो दो

रासायनिक उर्वरक ,जैविक खाद ,कम्पोस्ट ,बायो फ़र्टिलाइज़र ,टानिक, गोबर, गौमूत्र से बनाये अमृत मिट्टी पानी आदि का भ्रम!

कुदरती खेती का परिचय 

टाइटस कुदरती फार्म में फलदार पेड़ों के साथ गेंहूं की फसल 
मारे कुदरती खेतों पर निगाह डालिये इन खेतों को यहाँ वहाँ ऊंची नीचे जगहों ,पेड़ों के नीचे और आस पास पनप रही यह है कुदरती गेंहूं की फसल है.जो खरपतवार की तरह खरपतवारों के साथ कुदरती तरीके से पनप रही है.
 यहाँ पिछले २७ सालो से जमीन को बखरा /जोता नहीं गया है ,ना  ही इसमें किसी भी प्रकार के मानव निर्मित जैविक खाद ,रासायनिक उर्वरक ,कम्पोस्ट ,बायो टानिक /फ़र्टिलाइज़र, गोबर /गौ मूत्र से बनाई मिट्टी या पानी को डाला गया है. फसलों में लगने वाली बीमारियों और दवाईयों का तथा  कीड़ों और खरपतवारों को मारने का यहाँ कोई सोच नहीं है.

इन  खेतों को हम हर सम्भव हरियाली के भूमि ढकाव से ढांक कर रखने की कोशिश करते है तथा फसलों के तमाम अवशेषों को  जैसे पुआल ,नरवाई ,पत्तियों ,बारीक टहनियों आदि जहाँ का तहां वापस डाल देते हैं.
इस ढकाव के नीचे अंसख्य जीव-जंतु ,कीड़े-मकोड़े जैसे केंचुए,चीटे ,चीटियां ,दीमक ,चूहे, मेंढक ,छिपकलियां आदि रहने लगते हैं. जिस से  फसलोत्पादन के लिए भरपूर जैविक खाद बन जाती है. जिस से जमीन लगातार ताकतवर और पानीदार बनी रहती है. ताकतवर जमीन में ताकतवर फसलें पैदा होती हैं, बीमारियां नहीं लगतीं है. ये हरियाली का ढकाव साथ में लगे फलदार पेड़ों का भी सहायक रहता है जिस के कारण फलों में कुदरती स्वाद ,जायके के अलावा उत्पादन भी बढ़ते क्रम में रहता है.

आजकल अधिकतर लोग ये समझते हैं कि रसायनो के बदले गैर रासानिक खाद ,दवाओं के उपयोग से फसलें जैविक या कुदरती हो जाती हैं ये भ्रांती है. असल में जमीन की जुताई फसलोत्पादन के लिए सबसे हानिकर उपाय है. जब खेतों को जोता जाता है खेतों की तमाम  वानस्पतिक एवं जैव विविधताएं मर जाती हैं ,जैविक खाद  पानी के साथ बह जाती है. बरसात का पानी जमीन में नहीं जाने के कारण खेत कमजोर हो जाते हैं उनका पानी सूख जाता है. इस लिए फसलोत्पादन के लिए मानव निर्मित खाद और दवाएं जरूरी लगने लगती हैं.
सीड बॉल बनाने  की कार्यशाला 


फसलोत्पादन के लिए जमीन की जुताई ,खादों और दवाओं का उपयोग हर हाल अजैविक और गैर कुदरती होता है. इनके उपयोग से जमीन कि खोयी ताकत वापस नहीं आती है कमजोर खेतों में कमजोर फसलें ही पैदा होती हैं.

राजू टाइटस
कुदरती खेती के किसान
होशंगाबाद। मप.
461001-rajuktitus@gmail.com.-9179738049.

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