Tuesday, September 30, 2014

Remove bad cholestrol from body.

शरीर से खराब चर्बी को हटायें 
बकरी के कच्चे दूध से बने दही और मही का सेवन करें। 
ज कल हमारे देश में बी. पी.,शुगर , हार्ट और ब्रेन अटैक की बीमारियां हर घर में दस्तक दे रही हैं  जिसके लिए खराब  चर्बी ( Bad cholestrol) का दोष माना जा रहा है।  शरीर में गैर कुदरती वसा  वाले भोजन से उत्पन्न होता है। यह भोजन कम्पनियो द्वारा निर्मित तेल, घी ,दूध आदि से तैयार किया जाता है।

मै इन दिनों ७० की उम्र में चल रहा हूँ मुझे बहुत कम उम्र में शुगर और हार्ट की बीमारी हो गयी थी मेने दो हार्ट अटैक झेले हैं। हम कुदरती  किसान हैं पहले हमने शंकर नस्ल की गायें पालते  थे फिर उनके बदले हमने देशी गाय और भेंसों पाली हम उन्हें कुदरती चारा खिलाते रहे। आज कल हमने बड़े पशुओं के बदले दूध के लिए  बकरी पालन शुरू किया है।  कुदरती चारे के लिए हमने सुबबूल के पेड़ लगाएं हैं।  ये दलहन जाती के पेड़ उनकी छाया के इर्द गिर्द नत्रजन देने का काम करते हैं। इनकी पत्तियों से हाई प्रोटीन चारा मिलता है। ये पेड़ बरसात के पानी जमीन में इकट्ठा करने और बरसात करवाने में बहुत सहायक रहते हैं
Sep 30 2014 : The Times of India (Delhi)
Heart disease is hitting Indians early: US study
Mumbai:


In the Indian pool of heart patients, almost every second patient has high blood pressure, every fourth has diabetes and every fifth has plaque deposits in his her arteries. And Indians are getting heart problems almost a decade ahead of patients in western countries.This scientific picture of Indian heart diseases comes from the American College of Cardiology's newly setup study centres across India.
ACC is a not-for-profit medical association that works out guidelines for cardiac treatment which are in variably followed globally.
The ongoing study provided data of 85,295 patients who clocked 2.11 lakh visits to out-patient departments of 15 hospitals from Mumbai to Patna over the last 26 months. Of these patients, 60,836 were found to have heart disease. In capturing all-India data, this is one of the most scientific studies,“ said Dr Prafulla Kerkar, the head of Parel's KEM Hospital's cardiology department. He is also the chairperson of ACC's Pinnacle registry's India Quality Improvement Programme.
In the backdrop of World Heart Day on Monday , the ACC data underlines that the average age of a heart patient in India is 52 years. “If one looks at ACC's American registry, the average age is much higher in the sixties,“ said Dr Ganesh Kumar, cardiologist at Hiranandani Hospital in Powai and vice-chairperson of the study.
The ACC study for the first time shows how badly diabetes affects the Indian heart. It provides the breakup of the 13,077 patients with diabetes who visited the 15 centres a total of 35,441 times.
“Here, we found a doubling of the diseases. For instance, 32% of the diabetic patients had narrowed arteries or coronary artery disease. Almost 10% of them had heart failure and 70% had hypertension. The corresponding numbers for non-diabetic patients are half,“ said Dr Kumar. He said the actual number of diabetic patients with heart complications would run into millions.




हमने यह पाया है जब हम कुदरती चारे के आधार पशु पालन करते हैं तो दूध कुदरती हो जाता है जिसका दूध दही ,पनीर  और मक्खन सब कुदरती रहता है इनके सेवन से शरीर  में अच्छे कोलॅस्ट्रोल का निर्माण होता है।
ये सब जानते हैं की दही और मही का नियमित सेवन करने से शरीर खराब कोलेस्ट्रोल को हटा देता है। जिस से खराब कोलेस्ट्रोल से होने वाली तमाम बीमारियों का नियंत्रण  हो जाता है।

हमने यह पाया है की कच्चे दूध के दही और मही पकाये गए दूध के दही और मही  में काफी अंतर होता है इसे उसे स्वाद से पहचाना जा सकता। जब से खेती मशीनो की जुताई  और रसायन से की जाने लगी है तब से गयी और भेंसों के पालन पर बहुत विपरीत असर पड़ा है अधिकतर लोग इन को चारे के रूप में गैर कुदरती अनाज और दवाएं देने लगे हैं।  इस से उनका दूध कुदरती नहीं रहता है इसलिए इनकी तासीर बदल गयी है इनसे खराब कोलेस्ट्रोल बनने लगा है।

अधिकतर घरों में जो दूध आता है वह गैर कुदरती है। बकरी का पालन बहुत आसान है ये अधिकतर हरी पत्तियां खाती  हैं।  जिनसे कुदरती दूध बनता है जो सेहत के लिए बहुत फायदे मंद होता है। बकरी के ताजे कच्चे दूध से बना दही और मही बहुत ही अच्छा कुदरती आहार है यह शरीर से बहुत जल्दी खराब कोलेस्ट्रोल को हटा देता है
जिसे उस से होने वाली अनेक बीमारियां नियंत्रित हो जाती है।  बकरी एक छोटा जानवर रहता है जिसे  आसानी से घरों में पाला जा सकता है।

मेने ये प्रयोग मेरे और मेरी पत्नी  पर कर के देखा है हम कंपनियों के बने तेल आदि का बिलकुल नहीं  उपयोग नहीं करते हैं अधिकतर कुदरती आहार जिसे  हम अपने यहाँ पैदा करते हैं  का सेवन करते हैं।  नियमित रूप से कोलेस्ट्रोल की जांच करवाते हैं किसी भी प्रकार की अतिरिक्त दवाई की इसमें जरूरी नहीं है।
राजू टाइटस (+919179738049 )

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