Foreigners are coming to learn Rishi-kheti (Natural farming)
होशंगाबाद की ऋषि खेती ने अब दुनिया भर में अपनी पहचान बना ली है।
Rishi kheti has made its identity in world.
इसी लिए न केवल भारत के अनेकों प्रान्तों से वरन विदेशों से भी लोग इसे सीखने ऋषि खेती फार्म खोजनपुर में पधार रहे हैं।
Therefore not only from India but from abroad people coming to see Rishi kheti.
ऋषि खेती रासायनिक जहरों और आयातित तेल के बिना की जाने वाली कुदरती खेती है।
Rishi kheti to be done by without poisonous chemicals and without imported oil.
यह खेती जुताई ,दवाई,निंदाई के बिना की जाती है।
This is done by zero tillage, and without killing of weeds and insects.
इस को करने से एक और जहाँ अस्सी प्रतिशत खर्च में कमी आती है वहीँ खाद्यों के स्वाद और रोग निवारण की छमता में अत्यधिक विकास होता है
This farming consumes 80% less expenditure. Food is having anti disease property with very good taste.
जिसको खाने मात्र से केंसर जैसे असाध्य रोग ठीक हो जाते हैं।
Incurable disease as cancer be cured by natural food.
Navduniya Hindi news paper |
आज कल ट्रेक्टरों की गहरी जुताई और रसायनों से की जाने वाली खेती से एक और जहाँ खेत उतरते जा रहे हैं. Farm lands are dying due to deep plowing and poisonous chemicals. खाद्यानो में जहर घुल रहा है. Food is becoming poisonous. जिस से महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की समस्या पनप रही है। Malnutrition is common in ladies and children केंसर की बीमारी आम होने लगी है। Disease of cancer is common.जबकि ऋषि खेती उत्पादों से इसके विपरीत परिणाम आ रहे हैं।Whereas rishi kheti curing ऋषि खेती पेड़ों के साथ की जाने वाली खेती है। Rishi kheti is done with trees hence harvesting air and water as well. इस में पेड़ और अनाज एक दुसरे के पूरक रहते हैं। Trees and grain cops are friends.
दायें से मक्स और मिग फ़्रांस से पधारे हैं। Max and Mig with Farm helpers. |
जबकि ट्रेक्टरों से की जाने वाली जुताई में पेड़ दुश्मन माने जाते हैं Whereas trees are enemy in farming done by tillage and chemicals.जिस से मरुस्थल पनप रहे हैं। Are responsible for deserts, ग्लोबल वार्मिंग Global warming , ,मोसम परिवर्तन ,climate change,सूखा drougtsऔर and floodsबाढ़ आम हो गया है। ऋषि खेती वाटर हार्वेस्टिंग का काम करती है Water do not absorbed by farming based on tilling whereas Rishi kheti absorbed most of the rain water.जबकि जुताई वाली खेती से पानी जमीन में नहीं जाता है वह खेत की कुदरती खाद को भी बहा कर ले जाता है।
ऋषि खेती भारतीय संस्कृति के अनुसार की जाने वाली खेती है। Rishi kheti is a Indian traditional way of farming.
राम जी बाबा होशंगाबाद Ramji Baba |
ऋषि मुनि जंगलों में निवास करते हुए कुदरती खान पान से हजारों साल जीते हैं Our rishis were living long life in jungle. आज भी उनके ज्ञान से हम बचे हैं। India is saved by the knowledge of rishis.ऋषि पंचमी के पर्व में जुताई के बिना उपजे अनाज खाने की परंपरा है।In the festival of rishi panchami many people eating natural food.होशंगाबाद के रामजी बाबा किसान थे हल चलने से होने वाली हिंसा ने उन्हें झकझोर दिया था इसी लिए वे ऋषि बन गए थे। उनकी याद में हर साल यहाँ मेला लगता है। Ramji baba of Hoshangabad was farmer but he stopped tilling due to realization of violence. Fair is held in his memory.
मक्स और मिग फ़्रांस में कृषि की पढ़ाई कर रहे हैं। Max and Mig are studying Agriculture in France are came in Titus Rishi kheti farm to learn.जब उन्हें ऋषि खेती के बारे में इंटरनेट से पता चला तो वे इसे सीखने यहाँ आ गए। इसे सीख कर वे अपने देश में इस के सहारे अच्छी नोकरी पा सकते हैं और खुद की खेती भी कर सकते हैं।They got information from Internet.
शालिनी एवं राजू टाइटस
Shalini and Raju Titus
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