Tuesday, July 25, 2017

उर्वरको का उल्टा असर होता है।

उर्वरको का उल्टा असर होता है। 

जुताई नही करने और वनस्पतयों के साथ तमाम जैव विवविवधतायों के पनपने से खेतों में पोषक तत्वों का संचार हो जाता है जैसा कुदरती वनो में होता है। जमीन की उर्वरकता बढ़ाने  वाले सूक्ष्म जीवाणु इसमें अहम् भूमिका निभाते है। जब हम क्ले मिट्टी से सीड बॉल बनाकर डालते हैं तो हम असंख्य जमीन को उर्वरता प्रदान करने वाले सूक्ष्म जीवाणु भी खेत  में डाल  देते हैं जो क्ले में रहते हैं।
असंख्य खेत को उर्वरकता प्रदान करने वाले सूक्ष्म जीवाणुओं वाली क्ले से बनी सीड बाल 

जबकि  रासायनिक उर्वरक उल्टा काम करते हैं जैसे हमारे शरीर में कोई विष या विष्णु के आने से उलटी हो जाती है वैसा ही रासयनिक उर्वरक डालने से होता है जिस से खेत कमजोर हो जाते हैं। सभी रासायनिक उर्वरक जहरीले होते हैं जिन्हे खेत पसंद नहीं करते हैं इसलिए 'उल्टी ' की प्रक्रिया होती है। 9179738049