Climate change क्या है ?
जलवायु परिवर्तन की समस्या का मूल कारण हरियाली का निरंतर कम होते जाना है जिसके पीछे सबसे अधिक हाथ खेती का है। परम्परगत खेती किसानी में खेतों को वृक्ष विहीन रखा जाता है किसानो और कृषि वैज्ञानिकों की यह मान्यता है पेड़ के नीचे फैसले पैदा नहीं होती है इसलिए मीलो तक किसान पेड़ नहीं रखते है। यह हाल हर जगह है।
दूसरा अनेक इस विषय से जुड़े वैज्ञानिको का यह मानना है की फसलों को पैदा करने के लिए खेतों की जुताई से खेत की जैविक खाद (कार्बन ) गैस में तब्दील हो जाती है। जो आसमान में एक कम्बल की तरह आवरण बना लेती है जिस सूर्य की गर्मी धरती में प्रवेश तो करती है किन्तु वह वापस नहीं जा पाती है। इस लिए धरती का तापमान बढ़ जाता है और मौसम गड़बड़ा जाता है।
यही कारण है की आजकल बिना जुताई की खेती को बढ़ावा दिया जाने लगा है जिसमे जापान के स्व मस्नोबू फुकूओकाजी की नेचरल फार्मिंग (ऋषि खेती ) का भी बहुत योगदान है।
हम पिछले ३० सालो ऋषि खेती कर रहे हैं हमारे १००% खेत साल भर हरियाली से ढके रहते हैं। इस संकट से निपटने का यह सब से सरल सस्ता और टिकाऊ उपाय है।
No comments:
Post a Comment