ऋषि खेती रोटी बचाओ आंदोलन है।
भले आज आम आदमी को ऋषि खेती की चिंता नहीं है वह टीवी,मोबाइल ,बंगलो और कार में मशगूल हैकिन्तु जब उसे पता चलेगा की यह आधुनिक वैज्ञानिक रोटी कैसे पैदा हो रही है तो उसके नीचे से जमीन खिसक गयी होगी।
वह पैसा लेके यहां वहां भागेगा किन्तु उसे एक रोटी नहीं मिलेगी।
किसान सबसे पहले हरयाली जो हमे हवा देती है ,जो हमे पानी देती है ,जो गर्मी ,ठण्ड ओर बरसात को नियंत्रित करती है उसे मार डालता है। फिर धरती माँ जो असंख्य जैव-विवधताओं की पालन हार है हमे रोटी खिलाती है को मार डालता है। फिर उसमे असंख्य जहरीले जहर डालकर रोटी पैदा करता है। जिस से यह रोटी इतनी जहरीली हो जाती है की उसे जानवर भी नहीं खाते हैं । क्योंकि यह रोटी जहरीली है। इस रोटी को खाने से अनेक जानलेवा बीमारिया हो रही है इस को खाने से असंख्य लोग मर रहे हैं।
ऋषि खेती हरियाली और धरती माँ की रक्षा करती है जिस से धरती माँ अपने बच्चों को रोटी खिला सके।
1 comment:
सत्य जो की अनदेखा किया जा रहा है।
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