धर्मेंद्र पाल सिंह जी किसान को ऋषि खेती की सलाह
प्रियमित्र ,
आपके खेत जुताई के कारण मरुस्थल में तब्दील हो रहे हैं इन्हे बचाने का एक मात्र उपाय है जुताई बंद कर हरियाली से भरना। इस खेत में बबूल के पेड़ दिखाई दे रहे हैं ये देवता समान है इनके बीज इकठा कर "क्ले से सीड बाल "बना कर बिखराते जाएँ। साथ में जितनी खरपतवार आती हैं उसे भी बचाते जाएँ। जो कुछ आपको बोना है उसके बीज भी सीधे या सीड बाल बनाकर बिखराते जाएँ।
पहली बरसात में आपके खेत की धरती माँ जो बेहोश हो गई है आंखे खोल देंगी। बरसात का पानी जो अभी बहकर खेतों से बाहर जा रहा है रुक जायेगा भूमि छरण और जैवविविधताओं का हरण भी रुक जायेगा। आपको कुदरती फसलें मिलने लगेंगी।
बबूल के पेड़ अपनी छाया के छेत्र में लगातार कुदरती यूरिया बनाते है इनके बीज बड़ी मात्रा में सीड बाल से डालें।
धन्यवाद
राजू टाइटस
917973 8049
1 comment:
शुभकामनाये
Post a Comment