दिल्ली की हवा और पानी में जहर घुल गया है।
सरकारों, गैर सरकारी संगठनो, और वैज्ञानिकों के पास कोई उपाय नहीं बचा है।
ऋषि तकनीक से दिल्ली को बचाया जा सकता है दिल्ली बचेगी तो देश बचेगा।
दिल्ली भारत का दिल है किन्तु वहां हवा और पानी का प्रदूषण है सब से अधिक है। इसका मूल कारण राजनैतिक भ्रस्टाचार है। यह कैसी विडंबना है जहाँ सभी बड़ी संस्थाए और नेता हैं वहां इतनी बुरी हालत है की लोगों सांस लेने के लिए हवा नहीं है ना ही वहां पीने लायक कुदरती जल उपलब्ध है।
दिल्ली की सरकार कहती है उनका यहाँ पूरा अधिकार नहीं है वहीँ केंद्र की सरकार कहती है की प्रदूषण की जिम्मेवारी दिल्ली सरकार की है। दिल्ली के अंदर देश का सबसे बड़ा भ्रस्टाचार और प्रदूषण केवल इस कारण है की सरकारों को अपनी जिम्मेवारी से भागने का पूर्ण अवसर मिलता है।
जितनी भी राजनैतिक पार्टियां दिल्ली में हैं सब अपनी राजनैतिक गोटियों को सेकने में लगी हैं इन्हे जनता की कोई फ़िक्र नहीं है। आये दिन एक दुसरे के खिलाफ आंदोलन होते हैं स्तीफे मांगे जाते हैं ,पुतले फूंके जाते है। मीडिया को भरपूर मसाला मिल जाता है जिस से उनकी दूकान भी खूब चलती है।
मैगी को जहरीला कहकर बंद करवा दिया अच्छा किया क्या दिल्ली की जनता अपने बच्चों के खातिर चल रही प्रदूषणकारी फैक्ट्रियों को बंद करवा सकती है क्या जनता जहरीला धुआं फेंकती गाड़ियों को बंद करवा सकती है यदि नहीं तो हम यही कहेंगे की दिल्ली जहरीली हवा पानी में रोज तिल तिल कर मरना चाहती है.
दिल्ली का हवा, पानी और रोटी का प्रदूषण का मूल कारण हरियाली की कमी के कारण है। हरियाली में इतनी ताकत रहती है वह सारे प्रदूषण की समस्या का हल कर देती है जिसमे धन की जरूरत नही है वरन यदि करने की राजनैतिक और सामाजिक चेतना इच्छा आ जाये तो सरकार का ८०% खर्च कम हो जायेगा।
दिल्ली की सरकार ने एक बहुत महत्वकांशी योजना चलायी है उन्होंने गंदे पानी और कचरे से बायो गैस बनाकर बिजली पैदा करने का काम किया है. । हमारा मानना है की हर घर में बायो गैस प्लांट होना चाहिए किसी को भी अपने घर के गंदे पानी को बहार फेंकने की अनुमति नहीं होना चाहिए। यदि सरकार जैसा उनकी योजना है इस कार्य क्रम को बड़े पैमाने पर लागू कर देती है तो इस से बहुत अधिक प्रदूषण कम हो जायगा। बायो गैस से बिजली मुफ्त मिलती है साथ में खाद और हरियाली के लिए पर्याप्त पानी भी मिल जाता है।
किन्तु यह योजना इस बात पर निर्भर है की इसमें केंद्र और जनता का पूरा सहयोग मिले। दूसरा दिल्ली सरकार ने एक काम बहुत अच्छा किया है वह है इ रिक्शा का , बिजली से चलने वाले वाहनो को प्राथमिकता देना की जरूरत है पेट्रोल और डीज़ल की गाड़ियों को कम करने की जरूरत है। तीसरा दिल्ली के चारों तरफ खेतों में जहरीली खेती को बंद कर हरियाली आधारित बिना जुताई की कुदरती खेती करवाने की सख्त जरूरत है।
केंद्र सरकार का योग का कार्यक्रम बहुत अच्छा है किन्तु उन्हें बताने की जरूरत है की इसे दिल्ली में जहाँ हवा में प्रदूषण है ना करवाया जाये इस से बच्चों के फेफड़े खराब होने हो जायेंगे। यदि करवाना है तो पहले हवा, पानी और रोटी को जहर मुक्त होना चाहिए।
हम अपने खेतों में विगत तीन दशकों से बिना जुताई की कुदरती खेती करते है घर के मल मूत्र और पशुओं के गोबर आदि से बायो गैस खाद बनाते है जिस हमारे घर से एक बूँद गन्दा पानी बाहर नहीं जाता है। हरियाली के कारण हवा शुद्ध रहती है बरसात का पूरा पानी जमीन के अंदर चला जाता है।
दिल्ली सरकार को जनता के सहयोग से प्राथमिकता के आधार पर पर्यावरण प्रदूषण कार्यक्रम चलाने की जरूरत है। दिल्ली बचेगी तो देश बचेगा।
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