Wednesday, January 15, 2014

पटेलजी के सवाल मेरे जवाब (ऋषि खेती )



 पटेलजी के सवाल मेरे जवाब (ऋषि खेती )
आपके सवाल 
१.       सुबबूलके बीज कितने गहेरे छिडकने चाहिए ? मेरा मतलब है के उगने के बाद दो सुबबूलके बीचमें कितना अंतर होना चाहिए ? आप मुझे नाप  भी बता सकते है जैसे कि एक चौथाई एकड़ में इतने ग्राम बिज छिडके चाहिए |                               
 
२.      सुबबूलके बीजको गरम पानीमें डालनेके बाद छिडकने चाहिए कि बिना ट्रीटमेंटसे चलेगा |
 
३.      छिडकनेके बाद ऊपर मिटटी कितनी होनी चाहिए | या झाड़ू फिरानेसे चलेगा |
 
४.     सुबबूलके बिज उगनेका कितना रेट होता हैं ? यानीकी सौ बिजमें से कितने बिज अंकुरित होते है ? (क्यूंकि बिजपर बड़ा सख्त पड़ होता है )
 
५.     कई जगह पढ़ा है कि नेचरल फार्मिंगमें एले  फार्मिंग (Alley Farming) की जा सकतीहै | दस, बीस या तिस फिट की दूरीमें सुबबूलकी एक, दो या तिन लाइन (पूरब- पच्छिम दिशामें)  उगानेके बाद बीचमें अनाज, दलहन या शब्जिकी खेती की जा सकतीहै | ए एले फर्मिन्ग के बारेमें आपकी क्या राय है ? यदि हाँ है तो सुबबुल्की लाइन कितनी दूरीपर आइडिअल है ? और एक एलेमें सुबबुलकी कितनी लाइन (एक,दो या तिन) होनी चाहिए ?
 
६.      मैं ए सब इसलिए पूछ रहाहूँ कि में सब बातोंमें डिटेइल में जानेके बाद ही काम  करता हूँ के बादमें दिक्कत कम आएं |
 
७.    आपने बताया था कि बरसात के बाद सुबबूल जब जमीन को करीब २ फीट का होकर ढँकले तब आप उस ढकाव में अनाज,सब्जी आदि कि खेती कर सकते है कैसे करना है में विस्तार से बाद में बताऊंगा। हो सके तो आप मुझे अभी बताएँ ताकि मेरा दिमाग सोचना बंध करदे | मैं आपका बड़ा आभारी रहूँगा | आपकी कोई बुक हो तो मैं खरीदनेके लिए तैयार हूँ |
मेरा पर्सनल मत है कि आपको बुक लिखनी चाहिए ताकि सब नेचरल फार्मिंग करने वालोंको बड़ी सहायता हो | आपका नेचरल फार्मिंगमें इंडियामें बड़ा नाम है.|  फुकुओकाजीकी बुकोंसे दुनियाके कितने लोंगोका भला होता है |
 जवाब 
1- एक चौथाई एकड़ में कम से कम १० पेड़ जरूरी हैं अन्य फसलों के साथ. किन्तु यदी जमीन को जल्दी सुधारना है तो इसे घना भी छिटका जा सकता है. ये बीज की उपलब्धता और जमीन के छेत्रफल पर निर्भर है.
२- कोई ट्रीटमेंट की जरुरत नहीं है सीधा छिड़काव किया जा सकता है शुरू में सुरक्षा की जरुरत है.
३- सीधे बीजों का छिड़काव जमीन के ऊपर करना है जेसे बीज पेड़ से कुदरती गिरते हैं.
४ - १० बीजों को उगाकर प्रयोग करने से पता चल जायेगा। बीजों की गुणवत्ता पर भी निर्भर रहता है.
५- ये विधि बिना जुताई की नहीं है इसमें किसान पेड़ों के बीच जुताई कर खेती करते हैं मै इसे गलत मानता हूँ. 
६ - सोच सही है मेरी सलाह है थोड़े में पहले प्रयोग करके देख लें अपने घर के पास क्यारियों में प्रयोग किआ जा सकता है.
७ - इस को देखिये https://picasaweb.google.com/104446847230945407735/GROWINGRICEWITHOUTDOINGANYTHINGAUGUST2011?authuser=0&feat=directlink
ये गाजर घास के कवर में है ऐसा ही हम सुबबूल के कवर में कर सकते हैं. गेंहूं और चावल के लिए विधि एक ही है गेंहूं में सिचाई करनी पड़ती है. चावल में कुछ करने की जरुरत नहीं है.
किताब लिखना है जरुर लिखूंगा।
धन्यवाद 

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