tag:blogger.com,1999:blog-310255329728384028.post3428020574463185290..comments2023-10-29T02:47:06.330-07:00Comments on NATURAL WAY OF FARMING (ऋषि-खेती ) : Update From RanchiKaushik Katarihttp://www.blogger.com/profile/00706656756176659493noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-310255329728384028.post-4130888794312263072012-01-30T19:19:09.002-08:002012-01-30T19:19:09.002-08:00इन बीज गोलियों को दीमक की मिट्टी से बनाया गया है. ...इन बीज गोलियों को दीमक की मिट्टी से बनाया गया है. जिसमे अनेक खाद बनाने वाले सूख्श्म जीवाणु रहते हैं पौधों का रंग बता रहा है की इन में किसी भी प्रकार की खाद की जरुरत नहीं है. जुताई,खाद,और दवाई.गेर जरुरी है. हर मोसम में सब प्रकार की फसलों के लिए इसी तरीके से खेती की जाती है. ये आत्म निर्भर खेती है. ये जमीन जुताई के कर्ण रेत में तब्दील हो रही है. ऐसी खेती करने से वो फिर से उपजाऊ और पानीदार हो जाएगी.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01035773349828861956noreply@blogger.com